राजस्व मन्त्री गोविन्द राजपूत के क्षेत्र की तस्वीर
सागर । मध्यान भोजन बच्चों को बेहतरी के लिए है । लेकिन इनके संचालन की तस्वीर झकजोर देने वाली हैं। एमपी के सागर जिले के जैसीनगर क्षेत्र में एक स्कूल में बच्चों को हाथ मे रोटी देते हैऔर कटोरी में दाल या सब्जी। यहां थाली में खाना नही परोसा जाता है । यहां बच्चे गोदी में तो कोई बच्चा जांघ पर रोटी रखते है । जिस इलाके की यह तस्वीर वह प्रदेश के राजस्व और परिवहन मंत्री गोविन्द राजपूत का विधानसभा क्षेत्र है ।
जैसीनगर के संकुल केंद्र केअंतर्गत आने वाले तोड़ा तरफदार गांव में संचालित शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय में समूह द्वारा बच्चों को हाथों पर खाना परोसा जा रहा है औऱ जो खाना परोसा जा रहा है उसमें सिर्फ़ बिना सब्जी के केवल सुखी रोटियां बच्चों के हाथों में दी जा रही है । खाना परोस रहे महिला से पूछा तो महिला का कहना था कि मैं तो यहां खाना बांटने के लिए मजदूरी से लगी हुई है खाना बांटना मेरा काम है बर्तन धोना नहीं। वहीं स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का भी कहना है कि हम लोगों को रोजाना ही हाथों पर खाना दिया जाता है। औऱ स्कूल में पड़ने वाली छात्राओ ने स्कूल में टायलेट न की कमी की बात भी कही।
अब जिम्मेदार आधिकारी इसकी जांच की बात कर रहे है । संकुल प्रभारी प्राचार्य केके देवलिया ने कहा कि मीडिया द्वारा इसकी जानकारी प्राप्त हुई है मैं तत्काल बीआरसी और बीईओ से संपर्क कर तोड़ा तरफदार स्कूल की वस्तु स्थिति का जायजा लेकर जिन भी कर्मचारियों की लापरवाही पाई जाती है उन पर कार्यवाही की जावेगी । वही जनपद शिक्षा केंद्र जैसीनगर में पदस्थ डॉ जे.एस अहिरवार का कहना था कि-इसके पहले भी मेरे द्वारा तोड़ा तरफदार स्कूल में निरीक्षण किया गया उसमें भी इस तरह की लापरवाही पाई गई थी जिस पर समूह संचालक को इस तरह की लापरवाही ना बरतने की सख्त हिदायत दी गई थी कि लेकिन फिर भी इस तरह की लापरवाही फिर की जा रही है तो जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।औऱ स्कूल में जो पहले टॉयलेट था वह जर्जर स्थिति में है उसकी जानकारी भेज दी गई है और जैसे ही राशि आती है तो उसकी रिपेयरिंग करा दी जाएगी। जनपद पंचायत की मुख़्य कार्यपालन अधिकारी चेतना पाटिल से बात की तो कहना है कि- यह एक गंभीर लापरवाही का मामला है इस मामले की तत्काल जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की जावेगी।
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