कठिन डगर है स्कूल जाने की।
सीढ़ी पर से नाला पार करना पढ़ता है,नाले पर बनी पुलिया बारिश में बह गई
सागर । स्कूल जाना बच्चों के लिए कठिन डगर है । बारिश में पुलियो का न होना या फिर क्षतिग्रस्त होना। एक तस्वीर सागर जिले के देवरी क्षेत्र की है । जहां स्कूली बच्चों को अपनी जान हथेली में डालकर नसेनी के सहारे नाला पार करना पड़ रहा है।दो नाले है एक पर पुलिया है जो भर्ष्टाचार की भेंट चढ़ गई और दूसरा नाला नसेनी(सीढ़ी)लगाकर पार करना पड़ता है। कीचड़ भरे रास्ते मे कैसे बच्चे स्कूल पहुच रहे है जरा आप भी देखिए।
देवरी के जैतपुर कछिया की तस्वीरे देखकर आप हैरान रह जाएंगे क्योंकि यहाँ स्कूल तो है और 200 बच्चे भी पढ़ने आते है पर किस तरह आते है जरा आप भी देखिये।स्कूल जाने के लिए बच्चो को दो नालो को पार करना पड़ता है।एक पर रिप्टा नुमा पुलिया बनी है पर पुलिया भ्रष्टाचार की बलि चढ गई और एक ही बारिश में क्षतिग्रस्त हो गयी।और दुुसरे नाले पर सीढ़ी लगाकर पार करना पड़ता है।यही हालत रहे तो कैसे पड़ेंगे बच्चे।
पुलिया से निकलने वाली हाई स्कूल की बच्चे कभी पुलिया के इस पार कभी उस पार घंटों इंतजार या फिर जान हथेली पर डाल एक नसेनी के सहारे नाले को पार करना पड़ता है।
वही इस समस्या के बारे में इस स्कूल के शिक्षक रामवतार ने बताया कि कई बार पत्राचार किया गया पर हालात जस के तस है।
पुलिया निर्माण में हुई घोर अनिमितताओं को लेकर पंचायत सचिव अपना आपको बचाने के लिए उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाने की बात कह रहे है
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